ना कुछ पूछा, ना कुछ मांग तूने दिल से दिया जो दिय ना कुछ बोला, ना कुछ तोल मुस्कुरा के दिया जो दिय तू ही धूप, तू ही छाँव तू ही अपना पराय और कुछ न जानूँ, बस इतना ही जान तुझ में रब दिखता है, यारा मैं क्या कर तुझ में रब दिखता है, यारा मैं क्या कर सजदे सर झुकता है, यारा मैं क्या कर तुझ में रब दिखता है, यारा मैं क्या कर सजदे सर झुकता है, यारा मैं क्या कर तुझ में रब दिखता है, यारा मैं क्या कर रब ने बना दी जोड