Sahibaa (feat. Antara Mitra)

Darshan Raval

Composed by: Amitabh Bhattacharya/Pritam
बधाईयां जी सब न
आई है रुत शगना द
दुल्हन कोई सजन
बनी है आज सजना द

वजदी शहनाईय
ते कुड़पया वजदा ऐ
के बदली है किस्मत
आज इस अंगना द

उड़ती पतंग जैसी आके टकरा गई
चुनरी का रंग मेरे दिल पे लगा गई
नखरे दिखाए मुझे ऐसे तूने वखर
झपके बिना ही आँखें तकदा रह

जपदा तेरा नाम साहिब
जपदा तेरा नाम साहिब
मिर्ज़ा सुबह-ओ-शाम
तुइयो मेरी साहिबा नी साहिब
मेरी साहिबा साहिबा साहिब

जपदा तेरा नाम साहिब
जपदा तेरा नाम साहिब
मिर्ज़ा सुबह-ओ-शाम
तुइयो मेरी साहिबा नी साहिब
मेरी साहिबा साहिबा साहिब

करता है काम क्या त
तैनूं लव सोहणिए
लट्टू है खमखा त
हद तक सोहणिए

कुड़ियां बथेरियां ह
तेरे वर्गी नह
पिट्टके मानेगा क्य
तेरा हक सोहणिए

जोड़ी जमेगी अपन
किस एंगल स
करनी ए मैनूं मंगन
मेरी संडल स

ओह माही इक तू ही सोहण
ख्वाबों में भी नहीं होन
तेरे हाथ नई आउनी म
कब तक सोहणिए

दिन की दोपहेरी में तारे तू गिना गई
सपने सिया के मेरी निंद्रा चुरा गई
नखरे दिखाए मुझे ऐसे तूने वखर
झपके बिना ही आँखें तकदा रह

ऐंवे ही ना मार गेडिय
ऐंवे ही ना मार गेडिय
होगा तू मिर्ज
नहीं मैं तेरी साहिबा वे साहिब
तेरी साहिबा साहिबा साहिब

जपदा तेरा नाम साहिब
जपदा तेरा नाम साहिब
मिर्ज़ा सुबह-ओ-शाम
तुइयो मेरी साहिबा नी साहिब
मेरी साहिबा साहिबा साहिब

बधाईयां जी सब न
आई है रुत शगना द
दुल्हन कोई सजन
बनी है आज सजना द

वजदी शहनाईय
ते कुड़पया वजदा ऐ
के बदली है किस्मत
आज इस अंगना द
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