Kacchi Doriyaan

Arijit Singh

Composed by: Anurag Sharma
जितना दिया है सब तू भुलाया
प्यार किया है फिर भी रुलाया
जितना दिया है सब है तू भुलाया
प्यार किया है फिर भी रुलाया
खाली पड़ी हैं दिल की बोरियाँ
कच्ची डोरियाँ हाए कच्ची डोरियाँ
कच्ची डोरियाँ हाए कच्ची डोरियाँ
सूनी हैं अब तो मेरी लोरियाँ
कच्ची डोरियाँ हाए कच्ची डोरियाँ

झूठा घड़ा यह
भर सा गया है, भर सा गया
अब तो यह मॅन भी
मॅर सा गया है, मॅर सा गया
क्यों यह सुबह ऐसी हुई
क्यों ही सुनी थी सारी
झूठी लोरियाँ, लोरियाँ
टूट गयी धागों की जोड़ियाँ
कच्ची डोरियाँ हाए कच्ची डोरियाँ
कच्ची डोरियाँ हाए कच्ची डोरियाँ
हाए

डोरी

और नही और नही
सहना अब है और नही
और नही अब और नही
सहना अब है और नही
हाथ वही साथ नही
अब इन बातों का मोल नही
और नही अब और नही
सहना अब है और नही

जान निसार है तुझपे
हर जवाब रख दूँगा
पर और नही अब और नही
अब और नही
कैसे मिलेंगी टूटी जोड़ियाँ
कक़ची डोरियाँ हाए कक़ची डोरियाँ
कक़ची डोरियाँ हाए कक़ची डोरियाँ
कच्ची डोरियाँ हाए कच्ची डोरियाँ
कच्ची डोरियाँ हाए कच्ची डोरियाँ
हाए
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